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Monday 16 November 2015

Chachi ko sex karne ke lie ready kiya

हाय, में अकिल और हम लोग गाव में रहते है. मेरे चाचा और उनकी वाइफ जयपुर में रहते है. मेरे चाचा का नाम शकील  है और वो ट्रांसपोर्ट का बिज़नस करते है. और मेरी चाची का नाम मुमताज है जिसकी उम्र ३३ साल है वो दिखने में बहुत ही सेक्सी है उनका फिगर ३६ २८ ३६ है. में कुछ दिनों के लिए चाचा के घर पर गया था ६ दिन में उनके साथ रहा और फिर वापिस लौट रहा था कि चाचा ने कहा कि वो दुबई जा रहे है १० दिन के लिए तो मेरे आने तक तू यही रुक जा. तेरी चाची को भी अच्छा लगेगा. मैंने कहा ठीक है. फिर चाचा चले गए. और में चाची घर में अकेले रह गए.
और मेरे दिमाग में गंदे विचार आने शुरू हो गए कि क्यों न १० दिनों में चाची को पटाके चोदु. मैंने प्लान बनाना शुरू किया. अगले दिन हम दिन भर बाहर घुमे और रात को घर आये और सोने कि तैयारी शुरू कर दी. में और चाची अलग अलग रूम में सो रहे थे. तो चाची ने मुझे बोला कि उन्हें अकेले में डर लगता है. और अगर तुम्हे कोई ऐतराज़ न हो तो मेरे रूम में आ जायो. मेरे दिमाग में आया नेकी और पूछ पूछ. मैंने फ़ौरन हां नहीं बोला. पहले कहा चाची जी में आप के साथ कैसे सो सकता हु. चाची बोली बेवकूफ में तेरी चाची हु तेरी गर्ल फ्रेंड नहीं जो इतना घबरा रहा है. मैंने कहा ठीक है और चाची के साथ सो गया.
रात को मैंने अपना हाथ चाची कि कमर पर रख दिया. लेकिन उन्होंने कोई रिएक्शन नहीं दिया. तो मेरी थोड़ी सी हिम्मत और बढ़ गयी. और मैंने अपना हाथ उनकी गांड पर फेरना शुरू कर दिया. तो मैंने महसूस किया कि चाची ने पेंटी नहीं पहनी है. उन्होंने सिर्फ नाइटी पहनी थी. लेकिन चाची ने फिर भी कोई रिएक्शन नहीं किया. तो में समझ गया कि वो गहरी नींद में है. तो मैंने नाईटी में हाथ डाल कर गांड को टच किया और हाथ फेरने लगा. क्या बतायु दोस्तों बहुत ही कोमल गांड थी. कुछ देर तक ऐसा ही करने के बाद मैंने अपना हाथ बाहर निकल लिया और अब हिम्मत नहीं हो रही थी हाथ आगे बढ़ने कि फिर में मुठ मार के सो गया.
फिर सुबह मुझे डर था कि चाची गुस्सा करेगी लेकिन कुछ बोली नहीं फिर हम ने शाम को मूवी देखी. मूवी थोड़ी सेक्सी थी. घर आ कर मैंने चाची से पुछा कि मूवी कैसे लगी.? तो उन्होंने कहा कि उन्हें ऐसी मूवी पसंद है. और फिर हम सोने चले गए. और मैंने फिर से वोही हरकते करनी शुरू कर दी. . लेकिन आज भी सामने से कोई रियेक्ट या विरोध नहीं हुआ तो मेरी हिम्मत बढ़ गयी. और में अपना हाथ चाची कि चूत कि तरफ ले गया. दोस्तों क्या.. चूत थी चाची कि एक दम क्लीन शेव और टाइट. ऐसा लगता था कि अभी तक वो वर्जिन है फिर मुझे लगा कि अभी चोद दू लेकिन सोचा कि कही चाची ने मना  कर दिया और अलग सोने लगी तो टच करने का मौका भी हाथ से निकल जायेगा. यह सोच कर मुठ मार ली और सो गया. इस तरह ४ दिन निकल गए.
फिर अगली रात मैंने हिम्मत कि और चाची कि गांड पर अपना ८ इंच का लंड घिसने लगा. तभी चाची जाग गयी और बोली कि यह तुम क्या कर रहे हो. यह सब गलत है में तुम्हारी चाची हू. मैंने कहा प्लीज १ बार करने दो चाची. पर वो मना किये जा रही थी. लेकिन मैंने भी अपनी जिद नहीं छोड़ी और उनके दोनों हाथो को पकड़ कर किस करने लगा. वो पूरी ताकत लगा कर छुटने कि कोशिश कर रही थी. लेकिन वो नाकाम रही.
फिर मैंने रस्सी से उनके हाथ बांध दिए और नाईटटी फाड़ दी. दोस्तों पहली बार चाची को पूरा नंगा देखा था. बिलकुल स्वर्ग कि अप्सरा लग रही थी. और वो रो रही थी. लेकिन में भी कहा मानने वाला था. मैंने कमरे कि लाइट चालू कि और कैमरा निकल कर विडियो शूटिंग चालू कि. अब में चाची के करीब गया और उनके पुरे बदन पर हाथ फेरने लगा और चूमने लगा.. फिर उनको किस करना शुरू किया. और हाथो से बूब्स दबाने लगा. कुछ देर तक ऐसा करने के बाद फिर मैंने उनके बदन पर किस करना स्टार्ट किया क्यूंकि उनको गरम जो करना था.
अब में उनकी कोमल और मोटी  मोटी  गांड को चाटने लगा. कमाल का टेस्ट आ रहा था. मैंने सोचा कि जब गोडाउन इतना टेस्टी है तो शोरूम कितना टेस्टी होगा. फिर मैंने चाची कि चूत पर हाथ फेरा और चाटना शुरू कर दिया. अब मुझे लग रहा था कि उनका विरोध ख़तम हो रहा है. लेकिन में रिस्क नहीं लेना चाहता था. उनको अभी और गरम करना था तो मैंने फिन्गेरिंग शुरू कर दी. बड़ी मुश्किल से ऊँगली अन्दर घुस रही थी. अब चाची पूरी तरह से गरम हो चुकी थी. कुछ ही देर में वो झड गयी और मैंने उनके हाथ खोल दिए. तो उसने कुछ कहा नहीं. में उससे लिपट गया और किस करने लगा अब वो भी मेरा साथ देने लगी थी. मैंने अपना खडा लंड उसके मुह में दे दिया.
वो चूसने से मना कर रही थी . मैंने ज़ोरदार थप्पड़ मारा और कहा कि चुप चाप में जैसे कहू वैसे करती जा अब वो मेरा लंड चूसने लगी. और कुछ देर बाद मेरा भी निकल गया. तो दोस्तों इस तरह मैंने अपनी चाची के साथ पहली बार सेक्स किया. और इसके  बाद तो वो भी मान गयी थी. और वो कहानी फिर कभी…..

Saturday 14 November 2015

Mamee ne karwai khooob chudayi

हाय फ्रेंड्स! मेरा नाम मनीष है और में २८ साल का हु. ,मेरा  लंड ७ इंच लंबा और ३ इंच चौड़ा है. और बॉडी बहुत सुंदर है और मेरी हाइट ६ फीट है. मुझे चूत देखना और फिर उसमे लंड डालना बड़ा पसंद हैं.
में जोधपुर का रहने वाला हु और मेरे घर में मेरे मम्मी पापा और में हु. यह बात २ साल पहले कि है. मेरे पापा नका ट्रान्सफर बाहर हो गया था. इसलिए घर पर अब में और मम्मी ही रह गए थे. मेरे एक मामाजी है और वो आर्मी में थे. पर वो कुछ टाइम पहले एक्स्पिरे हो चुके थे. मामी के दोनों बेटे भी फ़ौज में थे.
लेकिन उनकी वाइफ यानी मामी कि बहु  घर पर ही रहती थी और वो मामी को बहुत परेशान करती थी. में आप को मामी के बारे में बता दू. ,
मेरी ममी कि ऐज ५२ साल है उनका फिगर बहुत शानदार है. उनकी हाइट ५ फीट ६ इंच है. उनके बूब्स ३८ , विस्ट ३० अस ३८ है. मेरी मामी का फिगर बहुत टाइट है.
उसके २ कारन है एक तो मेरे मामा फ़ौज में थे जिससे मामी का मामा के साथ लाइफ में बहुत कम सेक्स हुआ. और दूसरा मामी घर का सारा काम खुद करती थी तो फिट रहती थी. मामी कि दोनों बहु मामी को बहुत परेशान करती थी और एक दिन तो हद हे हो गयी.
उन्होंने मामी के साथ मार पिट कर दी. उन्होंने रोते हुए सब मेरे मम्मी को बताया. मेरी मम्मी बहुत सॉफ्ट हार्टएड है . उन्होंने उन्हें हमारे पास बुला लिया. अब मामी हमारे पास ही रहती थी.
मामी घर के काम में मम्मी का हाथ बटाती थी. मामी सुबह झाड़ू लगाती तो उनके बूब्स साफ़ दिखते थे. जिसे देख कर मुह में पानी आ जाता था. मेरे मन में वासना कि भूक बढती जा रही थी. और मामी के यहाँ रहने से वो और ज्यादा निखर गयी. मामी के मनन में सेक्स कि कोई इच्छा नही थी.
एक दिन मैंने सोच ही लिया कि मुझे मामी के साथ सेक्स करना है. उनकी जवानी जो अधूरी रह गयी उसका रस पीना है. उसकी जवानी को लूटना है. मामी आज भी ३५ कि लगती थी. इसी तरह दिन निकलते गए. लेकिन मुझे एक दिन मौका मिल ही गया. मेरे पापा के सर्वेंट ने छुट्टी कर ली तो मम्मी को पापा के पास जाना पड़ा.. मम्मी को मेरी कोई चिंता नहीं थी क्यूंकि मेरे साथ मामी थी. मेरे तो ख़ुशी का ठीकाना ही नहीं रहा . मम्मी सुबह में ही पापा के पास जाने के लिए निकल गयी.
दिन में हमने साथ खाना खाया और शाम को में शॉप से सेक्स कि गोलिया ले आया क्यूंकि आज रात को मुझे अपने काम को अंजाम देना था. कुछ नींद कि गोलिया भी ले आया. रात में मामी नहाने चली गयी और जब वो बाहर निकली तो बहुत सेक्सी लग रही थी.
उन्होंने नीचे घागरा और ऊपर कुर्ती पहनी थी. मैंने और मामी ने खाना खाया और ११ बजे तक हम टीवी देखते रहे. मामी मुझसे बहुत कम बोलती थी क्यूंकि वो शर्मीले सवभाव कि थी.मैंने सेक्स कि गोलिया खा ली थी.
अब मुझ से बर्दाश्त नहीं हो रहा था और हा मैंने मामी के खाने में नींद कि गोली भी मिला दी थी. और उनका असर अब दिख रहा था क्यूंकि मामी को नींद आने लगी थी. और मामी सोने चली गयी. लेकिन मुझे कहा नींद थी. आधे घंटे बाद में मामी के रूम में गया तो मामी गहरी नींद में थी.
मामी का घागरा घुटनों तक था और टाँगे एक दम चिकनी थी. रूम में हलकी हलकी रौशनी थी. मैंने घागरे को ऊपर किया उफ्फ्फ…. मामी कि जांगे एक दम मस्त थी. मुझ से बिलकुल भी कण्ट्रोल नहीं हो रहा था. मामी ने ऊपर ब्लाउज पहना हुआ था. कुर्ती मामी ने खोल दी थी.
मामी कि पतली कमर और च्किनी जांगे देख कर मुझ से कण्ट्रोल नहीं हो रहा था. मैंने धीरे धीरे मामी का घागरा थोडा और ऊपर उठाया तो देखा मामी ने नीचे कुछ नहीं पहना था. उफ्फ्फ… काले काले बाल चूत पे. इतनी चिकनी और प्यारी चूत में तो बेहाल हो गया.
इतने में मामी ने करवट ली. में चोंक गया कि नींद कि गोलियों का असर नहीं हुआ. लेकिन मुझे आज मामी को चोदना ही था. किसी भी हालत में. में कित्चें से चाकू ले आया. और अब लग गया अपने काम पर. मैंने अपने सारे कपडे खोल दिए.
मामी के ब्लाउज के बटन धीरे धीरे खोलने लगा. कि इतने में मामी जाग गयी और मुझे इस हालत में देख कर चौंक गयी और जोर से चिल्लाई ! अरे मनीष ! तू यहाँ क्या कर रहा है? उन्हें अचानक समझ ही नहीं आया. फिर मामी ने देखा कि उनका घागरा उनकी कमर तक उठा हुआ है.
तो वो सब समझ गयी और कमरे से बाहर जाने लगी. मैंने उनको पकड़ लिया. वो चिलाने लगी और गालिया देने लगी. मैंने मामी को धमकाया कि अगर वो चिल्लाई तो जान से मार दूंगा. मेरे हाथ में चाकू देख कर मामी डर गयी. मैंने चाकू उनकी गर्दन पर लगा दिया.
वो रोने लगी, प्लीज मनीष ऐसा मत करो मेरे साथ. में तुम्हारी मामी हु. मेरी इज्ज़त मत ख़राब करो. में तुम्हारे आगे हाथ जोड़ती हु.
मैंने मामी से कहा कि इतनी मस्त जवानी है. फ्री में ख़तम हो रही है. हमारे घर पर रहती हो. तो क्या इतना सब भी नहीं कर सकती लेकिन वो सिर्फ रो रही थी.
मैंने कहा कि अगर तुम नहीं मणि तो तुम पर झूठा इलज़ाम लगा कर घर से बाहर निकलवा दूंगा. यह कहते ही वो डर गयी. वो वापिस अपनी बहुओ  के पास नहीं जाना चाहती. मैंने कहा कि में जो करना चाहता हूँ मुझे करने दो किसी को पता भी नहीं चलेगा. अब वो चुप हो गयी. मैंने लोहा गरम देख कर हथोडा मार दिया.
मामी को पलंग पर लिटा कर चाकू साइड में रखा और मामी ने सम्पर्पण कर दिया. में मई को बुरी तरह चूमने लगा. उनका ब्लाउज फाड़ दिया और ब्रा भी फाड़ के फेंक दी. और घागरा भी खोल कर फेंक दिया. अब मामी मेरे सामने बिलकुल नंगी थी.
मामी के बूब्स इतने बड़े और गोल मटोल टाइट थे कि क्या बतायु. मुझे यकीन नहीं हो रहा था कि एक ५२ साल कि ऐज में औरत इतनी जयादा सेक्सी हो सकती है. में मामी को पूरा चूसने लगा. वो अभी भी रोये जा रही थी. और अपने आप को छुड़ाने कि भीख मांग रही थी.
लेकिन में नहीं रुका और मैंने मामी के बूब्स पर हमला बोल दिया. उनको बुरी तरह मसलने लगा. खूब चूसा अपने दांत गडा दिए. अब मामी को दर्द होने लगा. उसने अब वापिस संगर्ष करना शुरू कर दिया. उसने देखा कि चाकू दूर रखा हुआ है.
तो वो अब हाथ पाँव चलने लगी . मामी शरीर कि काफी हेलदी थी तो वो अपना पूरा जोर लगाने लगी मुझे दूर करने के लिए. लेकिन में दूर नहीं हो रहा था. अब मुझे लगा कि अब जयादा टाइम देना ठीक नही.
तो मैंने मामी को चोदने के लिए मामी कि टाँगे खोलनी चाही. लेकिन उसने दोनों टांगो को बिलकुल बाँध लिया था और मुझे धक्का देने लगी. इतने में उसने मुझे धक्का दिया और बाहर कि तरफ भागी.
लेकिन पूरे घर में अँधेरा होने कि वजह से वो एक चेयर से टकरा गयी और गिर गयी पर अब भी वो संभल कर भागने कि कोशिश कर रही थी. वो घर से बाहर जाना चाहती थी. लेकिन मैंने उसे पकड़ लिया. अब भी वो तैयार नहीं थी. इतने में मुझे बहुत गुससा आ गया. पर मैंने आराम से अपना दिमाग चलाया.
मैंने मामी कि चूत में उंगली डाल दी जिस से वो थोड़ी ढीली पड़ी और इतने में मैंने उसे गोद में उठाया और वापिस रूम में ले आया और पलंग पर पटक दिया और रूम लॉक कर दिया. वो फिर से उठने कि कोशिश कर रही थी लेकिन में अब पूरा गुस्सा में था . मैंने उसे धक्का दे कर लिटा दिया और खुद उस पर चढ़ गया.
अब मेरे पास एक हही तरीका था में फटाफट उसको चोद दू. उसकी चूत इतनी चिकनी लग रही थी कि किसी के भी मुह में पानी आ जाये. लेकिन उसने अपनी टाँगे फिर से बाँध ली. इस बार मैंने उन्हें अलग किया और टांगो के बीच में आ गया. तब वो अपनी चूत के आगे हाथ लगाने लगी.
लेकिन मैंने उसका हाथ हटा दिया और अपने एक हाथ से उसके दोनों हाथो को ऊपर कि और पकड़ लिया और दुसरे हाथ से अपने लोडे को उसकी चूत पे सेट किया. वो हलकी से गीली थी. मैंने सेट कर के ज़ोरदार शॉट लगाया और पूरा लौदा मामी कि चूत में चला गया.
मामी के मुह से चीख निकल गयी. उसे चुदे हुए १०- १५ साल हो गए थे. चूत बहुत ज़यादा टाइट थी. अब मैंने ज़ोरदार शॉट लगाने शुरू किये. उसकी आँखों से दर्द के आंसू आने लगे. लेकिन में नहीं रुका.
मुझे अपने ऊपर गर्व हो रहा था कि में एक २६ साल का लड़का एक ५२ साल कि औरत कि चूत मार के उसकी हालत ख़राब कर रहा हू. अब मामी कमज़ोर पड़ने लगी थी और बेसुध सी हो गयी. अब वो समर्पण कर चुकी थी.
मैंने १ घटे तक मामी को बहुत चोदा. हर तरह से चोदा और जगह जगह से काट भी लिया. उसकी चूत सूज गयी थी. वो भी मस्ती में धीरे धीरे आःह्ह…… अह्ह्ह्ह…. कि सिस्कारिया निकल रही थी और मैंने गोलिया खा राखी थी और में रुक भी नहीं रहा था. बस पुरे पुरे शॉट लगा रहा था.
इतने में मामी बेहोश हो गयी. में फताफट कित्चें में गया और पानी लेकर आया. पानी कि छींटे मामी के मुह पर मरी. वो जैसे ही होश में आई मैंने फिर से उसकी चूत में लौडा पेल दिया और पुरे शॉट लगाने लगा.
अब मामी समझ चुकी थी कि आज वो नही बच सकती और मैंने मामी को चोद ही दिया और एक घटे बाद अपना सारा माल मामी कि चूत में छोड़ दिया और पूरी रात कई आसनो में चुदाई कि.
और आज भी जब मन होता है मामी कि चुदाई कर लेता हू. और अब तो वो भी बड़े मजे लेकर मुझ से चुद्वाती है . कहानी पढने के बाद अपने विचार हमे जरुर बताये….